म्हारी पागड़ी री लाज बचाल्यो म्हारा सांवरिया
या तो दाव पे लागि जी,
म्हारी पागड़ी री लाज बचाल्यो म्हारा सांवरिया
जयदा की थी नहीं कामना थोड़ा मा तो राजी,
ईमान की रोटी खाई फिर भी पलटी बाजी,
ईब तो नैया है मजधार अब है था पर दारमदार,
नैया पार लगा दियो जी
दिन खोटा जद आवे सारो जग वैरी हो जावे,
थे भी जो ना करो सुनाई भगत कठी ने जावे,
करनी पड़सी मा पे मेहर बाबा करियो मत ना देर,
थारी किरपा दिखा दियो जी
इक दिन बोहनी करने बाबा ग्राहक बन के आया,
बीबा व्यपारी का दिन सावन ववाल करके आया
होगया ओह बारहा पचीस कवे रवि झुकावे शीश,
थारी लगन लगा लो जी
Mhari pagdi ri laj bachalyo mahara saawariya
Either dao pe lagi ji,
Mhari pagdi ri laj bachalyo mahara saawariya
Jayda didn’t wish for a little bit.
Even after eating the bread of faith, the bet turned
Ib is new, the labor is now but it was strong,
Naya par lag diyo ji
If the day becomes bad, the whole world may become different,
Even if you didn’t do what you heard, Bhagat Kathie should go,
Do not delay, do not delay, do not delay,
Show me thari kirpa ji
One day, Baba came as a customer to pray.
The day of Biba Vyapari came after Sawan Wawal
Hogaya oh twelve-five when the sun bows its head,
Have a hard time ji