महोब्बत हो गयी तुमसे साँवरे श्याम जाने क्यों
तेरी चर्चा तेरा चिंतन है आठो याम जाने क्यूँ
मिला जिससे मैं खाटू मैं तेरी धुन मैं वो दीवाना
बड़ा खुश हो रहा बनकर तेरी ज्योत का परवाना
तेरे भगतो में अलग मस्ती साँवरे श्याम जाने क्यूँ
जय श्याम श्री श्याम, जय श्याम श्री श्याम
धरा पे लाख है गुलशन लदी फूलो से हर डाली
बहुत ढूंढा है गुल तुझसे मगर लौटा हूँ मैं खाली
अलग खुशबू का मालिक तू साँवरे श्याम जाने क्यूँ
भरी रहती मेरी झोली ना जाने कब तू दे जाता
अलग अंदाज देने का ललित ये ना समझ पाता
जहाँ मैं हु वहाँ तुम हो साँवरे श्याम जाने क्यूँ
Have fallen in love with you, why do you know Shyam?
Your discussion is your contemplation, why are you knowing?
I got from whom I Khatu Main Teri Dhun Main Woh Deewana
By becoming very happy, the license of your flame
Tere Bhagto Mein Different Masti Saaware Shyam Jaane Kyun
Jai Shyam Shree Shyam, Jai Shyam Shree Shyam
Dhara pe lac is every branch with flowers laden with Gulshan
Have searched a lot from you but I have returned empty
Why are you the owner of a different fragrance?
My pocket would be full, don’t know when you would have given
Lalit could not understand this to give a different style
where I am there you are