मैं ढूंढ फिरी जग सारा मुझे मिला न प्रीतम प्यारा
मुझे न मिला न प्रीतम प्यारा,
मैं ढूंढ फिरी जग सारा……..
मैं कुंदन कुंदन भटकी अब आ वृन्दावन अटकी,
ढूंढा यमुना का किनारा,मुझे न मिला न प्रीतम प्यारा,
मैं ढूंढ फिरी जग सारा……..
तेरी सवाली सूरत मन वस् गई मोहे नागिन बन कर डस गई,
मुझे दे गया झूठा लारा मुझे न मिला न प्रीतम प्यारा,
मैं ढूंढ फिरी जग सारा……..
मैं का सु कहु दिल की मने रो रो आवे हिचकी,
कहा चुप गया नन्द दुलारा मुझे न मिला न प्रीतम प्यारा,
मैं ढूंढ फिरी जग सारा……..
स्वरपूनम यादव
I searched the world, I found neither Pritam Pyara
I did not get nor love dear,
I searched the whole world…….
I lost my Kundan Kundan, now Vrindavan stuck,
Found the bank of Yamuna, I did not find nor dear Pritam,
I searched the whole world…….
Your questioned face became a nagin,
I did not get the false Lara, nor did I find it dear,
I searched the whole world…….
Main ka su kahu dil ki mane ro ro aawe hiccup,
Where did you go silent Nand Dulara did not find me nor Pritam beloved,
I searched the whole world…….
swarapoonam yadav