मन मोह लिया कुण्डला वाले ने ।
बंसी दी तान सुना के,
सोहने रूप दा जादू पा के,
नैना दे तीर चला के ।
मन मोह लिया पीत पट वाले ने ॥
भरी भराई रह गयी मटकी,
चलदी दूध मधानी अटकी,
वैरण बंसी मन विच खटकी,
मेरा ले गयी चित्त चुरा के ।
मन मोह लिया कुण्डला वाले ने ॥
सयीओ नी मैं हो गयी चल्ली,
पीर विछोड़े वाली सल्ली.
पिया मिलन नू कल्ली चल्ली,
पगवा भेस बना के ।
मन मोह लिया कुण्डला वाले ने ॥
सयीओ पंथ प्रेम दा औखा,
चलना औखा ते कहना सौखा,
श्याम मिलन दा येही मौका,
लाभदा आप गवा के ।
मन मोह लिया कुण्डला वाले ने ॥
की दस्सा कुज्ज वस ना मेरे,
पांदी गलियाँ सो सो फेरे,
आजा प्रीतम सांझ सवेरे,
रूप अनूप सजा के ।
मन मोह लिया कुण्डला वाले ने ॥स्वरश्री बलदेव कृष्ण सेहगल
The one with the earrings captivated my heart.
Bansi di taan suna ke,
Sohne Roop Da Jaadu Pa Ke,
Naina de teer chala ke.
Man Moh Liya Peet Pat Wale Ne ॥
Bhari Bharai Rah Gayi Matki,
Chaldi Dudh Madhani Atki,
Vairan Bansi Man Vich Khatki,
She took my heart by stealing.
Man Moh Liya Kundala Wale Ne ॥
Saiyo Ni Main Ho Gayi Challi,
Peer Vichhore Wali Sally.
Piya Milan Nu Kalli Challi,
Disguised as a turban.
Man Moh Liya Kundala Wale Ne ॥
Saiyo Panth Prem Da Aukha,
It is difficult to walk and easy to say,
Shyam milan da yehi mauka,
Profitable you lost.
Man Moh Liya Kundala Wale Ne ॥
Ki dassa kujj vas na mere,
Pandi Galiyan So So Phere,
Aaja Pritam Sanjh Savere,
Roop Anoop Saja Ke.
Man Moh Liya Kundala Wale Ne ॥Swarshree Baldev Krishna Sehgal