मनड़ो झूम उठो फागुन में चालो सांवरियो के द्वार,
होली के मिस श्याम धनि से करतया बात चार,
मनड़ो झूम उठो फागुन में…….
महारी पहली बात संवारा दया बनाये राखो जी,
थारी दया बिन सुनो सुनो लागे यो संसार,
मनड़ो झूम उठो फागुन में.
बात दूसरी रंग जावा मैं थारे रंग में सांवरिया,
थे चाहो तो सब कुछ होजा करो श्याम संविकार,
मनड़ो झूम उठो फागुन में………..
सदा राख चरना के माहि आती जी अरदास मेरी,
तेरी सेवा करता करता हो जा जीवन पार,
मनड़ो झूम उठो फागुन में……………..
मात दश्त की चौथी बतिया श्याम सूंदर घर ध्यान सुनो,
पग पग माहरी रक्शा करियो ओ लीले असवार ,
मनड़ो झूम उठो फागुन में……..
Mando, jump up and walk in Phagun,
Talking to Miss Shyam Dhani of Holi,
Get up in your mind in Phagun…….
The first thing Mahari has to be kind, Rakho ji,
Thari Daya bin listen listen lage yo world,
Wake up in Phagun.
Baat second color Jawa mein Thare Rang Mein Saawariya,
If you want, do everything, Shyam Sanvikar,
Get up in your mind in Phagun………….
My ardas always comes after grazing ashes.
You go on serving you, go beyond life,
Mando Jhoom Uwati Mein Phagun……..
Listen to Shyam Sunder Ghar, the fourth talk of Mat Dasht,
Pag Pag Mahari Raksha Kario O Leele Aswar,
Arise in your mind in Phagun……..