मेरे बाँके बिहारी सांवरिया,
तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है,
आँख वालों ने तुमको है देखा,
कान वालों ने तुमको सुना है,
तेरा दर्शन उसी को हुआ है,
जिसकी आँखों पे पर्दा नहीं है,
मेरे बाँके बिहारी साँवरिया,
तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है..
लोग पीते है पी पी के गिरते,
हम भी पीते है गिरते नहीं है,
हम भी पीते है भगती का प्याला,
यह अंगूरी पानी नहीं है,
मेरे बाँके बिहारी साँवरिया,
तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है….
लोग मंदिर है मश्जिद है जाते,
वहा राधे और कृष्ण है गाते,
राधे कृष्ण तो मन में वसे है,
ये किसको पता ही नही है,
मेरे बाँके बिहारी साँवरिया,
तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है….
सुबह शाम है तुम को पुकारा,
तेरे नाम का लेके सहारा,
तेरे भक्तो ने जब भी पुकारा,
तेरे आने में देर नही है,
मेरे बाँके बिहारी साँवरिया,
तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है….
My Banke Bihari Saawariya,
Where is your spirit not?
Eyes have seen you,
The ears have heard you,
He has seen you,
Who has no veil over his eyes,
My Banke Bihari Saawariya,
Where is your spirit not?
People drink PP and fall,
We also drink do not fall,
We also drink Bhagti’s cup,
This is not grape water,
My Banke Bihari Saawariya,
Where are you not…
People go to the temple, the mosque,
There is Radhe and Krishna singing,
Radhe Krishna is in the mind,
Who does not know this
My Banke Bihari Saawariya,
Where are you not…
Morning is evening called you,
Take the help of your name,
Whenever your devotees called,
It’s not too late for you to come
My Banke Bihari Saawariya,
Where are you not…