मेरे दुखा दी कहानी

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मेरे दुखा दी कहानी गुरु जी मूक दी नही
मेरे दुखा दी हनेरी कदे रुक्दी नही
मेरे अपने पराये हुए जग ह्सेया,
दुःख बोल के जे दस्या ते की दस्या
मेरे दुखा दी कहानी गुरु जी मूक दी नही

अखियाँ दी बारी विचो मीह पेया बरे सी
दर्शना दी गुरु जी मन पये तरे सी
तेरे मंदिरा दे बुहे देवा मैं गुहारियां,
हंजुआ दे नल धोवा पोड़ियाँ प्यारियां,
नित मेरे जखमा नु मेता तेनु दस्या,
मेरे दुखा दी कहानी गुरु जी मूक दी नही
दुःख बोल के जे दस्या ते की दस्या

तू है जानी जान सब कुछ तू ही जान दा,
साडे करमा दा लेखा सब तू पशान दा,
ममता दी गोदी विच अपनी बिठा ले तू
दास तेरा दुखी रहंदा चरनी लगा ले तू
तेरी हुंदे जंजाला विच काहनू फसी आ
दुःख बोल के जे दस्या ते की दस्या

The story of my suffering is not silent, Guruji
The darkness of my suffering never stops
Mere apne paraye hue jag hseya,
If you tell me by speaking sorrow, what can I tell you?
The story of my suffering is not silent, Guruji

It was raining from the turn of my eyes
The Guru of the darshan was thrilled
Tere Mandira De Buhe Deva Main Guhariyan,
Hanjua De Nal Dhowa Podiyan Pyariyan,
Nit mere jakhma nu meta tenu dasya,
The story of my suffering is not silent, Guruji
If you tell me by speaking sorrow, what can I tell you?

Tu hai jaani jaan sab kuch tu hi jaan da,
Sade karma da lekha sab tu pashaan da,
Take your seat on Mamata’s lap
Your servant lives in suffering
Who is trapped in your trap?
If you tell me by speaking sorrow, what can I tell you?

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