मेरे घजानंद महाराज करते हम तेरा अभिनंद
करते हम तेरा अभिनंद करते हाथ जोड़ कर वंदन
हो मेरे घजानंद महाराज करते हम तेरा अभिनंद
तुम भुधि ज्ञान के दाता देवा तुम हो भ्ग्ये विध्याता
करिए मेरे पूरण काज करते हम तेरा अभिनन्दन
मेरे घजानंद महाराज करते हम तेरा अभिनंद
जो गन गणपति गावे शारदा से शीश जुकावे
उसकी सदा बचाते लाज करते हम तेरा अभिनंद
मेरे घजानंद महाराज करते हम तेरा अभिनंद
प्रथमे जो तुम को ध्यावे वो मन वंचित फल पावे
हो सारे देवो के सरताज करते हम तेरा अभिनंद
मेरे घजानंद महाराज करते हम तेरा अभिनंद
My Ghajanand Maharaj, we greet you
We salute you with folded hands
Ho my Ghajanand Maharaj do we congratulate you
You are the bestower of knowledge, you are God.
Let’s do my full work, we greet you
My Ghajanand Maharaj, we greet you
Whose gun Ganpati Gave Sharda’s head
We are always ashamed to save him, we congratulate you
My Ghajanand Maharaj, we greet you
The mind that pays attention to you first should get the deprived fruit.
Yes, we are the rulers of all the gods, we are congratulating you
My Ghajanand Maharaj, we greet you