मेरो घूँघट खोल गयो कन्हैया छोटो सो

FB IMG 1660935521690

मेरो घूँघट खोल गयो कन्हैया छोटो सो,

नैन छबीले जाके होठ रसीले,
ऐसे है मेरे श्याम रंगीले ,
रसिया रस गोल गयो कन्हैया छोटो सो,
मेरो घूँघट खोल गयो कन्हैया छोटो सो,

जब कान्हा मेरी और निहारे मन वा मेरो उछाले मारे,
मोटे मीठा बोल गयो  कन्हैया छोटो सो,
मेरो घूँघट खोल गयो कन्हैया छोटो सो,

लूट गई मैं तो जा नटखट पे ,
बलिहारी जाके मोरमुकट पे,
मेरे गांव में डोल गयो , कन्हैया छोटो सो,
मेरो घूँघट खोल गयो कन्हैया छोटो सो,

जा दिन से तने देखु कान्हा भूल गई मैं तो बरसाने,
ये मिला अनमोल भयो  कन्हैया छोटो सो,
मेरो घूँघट खोल गयो कन्हैया छोटो सो,

My veil has opened, Kanhaiya small so,

Nain Chhabile, lips are juicy,
Such is my shyam rangele,
Rasiya Ras Gol Gayo Kanhaiya Choto So,
My veil has opened, Kanhaiya small so,

When Kanha hit me and behold me or my heart,
You have spoken sweetly, Kanhaiya, small so,
My veil has opened, Kanhaiya small so,

I got robbed, then go to the naughty,
Go to Balihari on Mormukt,
My village got shaken, Kanhaiya is small.
My veil has opened, Kanhaiya small so,

I have forgotten Kanha after seeing the stems from day one,
I got this priceless Bhayo, Kanhaiya Choto So,
My veil has opened, Kanhaiya small so,

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter
Share on pinterest
Share on telegram
Share on email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *