मेरे सतगुरु ना मुझको भुलाना,
सेवक हूँ तेरा, नहीं हूँ बेगाना
बड़े भाग्य से मिल गया साथ तेरा,
हाथों में रखना प्रभु हाथ मेरा ।
छूटे ना जब तक मेरा आना जाना,
सेवक हूँ तेरा, नहीं हूँ बेगाना ॥
स्वांसो के धागे में सुरति पिरो दे,
जन्मो की मैली यह चादर है धो दे ।
पहन कर बने मेरा जीवन सुहाना,
सेवक हूँ तेरा, नहीं हूँ बेगाना ॥
मन में मेरे ज्ञान दीपक जगा दो
अभिमान मेरा उसी में जला दो ।
टूटे भरम का प्रभु ताना बाना,
सेवक हूँ तेरा, नहीं हूँ बेगाना ॥
दर पे खड़ा हूँ मैं बन के सवाली,
जन्मो से प्रभु जी झोली है खाली ।
कृपा कर बता दो छिपा जो खजाना,
सेवक हूँ तेरा, नहीं हूँ बेगाना ॥स्वरस्वामी भुवनेश्वरी देवी जी महाराज
Don’t forget my Satguru,
I am your servant, I am not begana
With great luck got your support,
Lord, keep my hand in my hands.
Don’t leave till I come and go,
I am your servant, I am not Begana.
Thread the surti in the thread of the swans,
Wash this sheet which is dirty from births.
Wearing it made my life pleasant,
I am your servant, I am not Begana.
wake up my knowledge lamp in the mind
Burn my pride in that.
Lord’s taunt of broken pride,
I am your servant, I am not Begana.
I am standing at the rate of the question,
Lord ji’s pocket is empty since birth.
Please tell me the hidden treasure,
I am your servant, I am not Begana.