मेरी भक्ति तू मेरी शक्ति तू
में कुछ भी नही प्रभु सब कुछ तू
मेरे प्रभु है जिनवर है जिनवर
तेरी जय जय जय जय हो……….
पूजा भक्ति हम करेंगे
मन मे भक्ति भाव लिए
है प्रभु मेरे आदि जिनेश्वर, है प्रभु मेरे आदिनाथ
श्वेताम्बर हो या हो दिगम्बर हम जैनी बस जैन है
हम तो है अनुयायी प्रभु श्री आदिनाथ महावीर के
हम करेंगे खूब भक्ति और भजन मन जोड़ के
पूजा भक्ति हम करेंगे
मन मे भक्ति भाव लिए
है प्रभु मेरे आदि जिनेश्वर, है प्रभु मेरे आदिनाथ
हम में हो भक्ति हम में ही शक्ति हमसे ही कल्याण है
जैन हम और जैन तुम, महावीर की संतान है
हम बनेंगे एक शक्ति, पंथ भेद को छोड़ के
पूजा भक्ति हम करेंगे
मन मे भक्ति भाव लिए
है प्रभु मेरे आदि जिनेश्वर, है प्रभु मेरे आदिनाथ
You are my devotion, you are my power
I am nothing Lord everything you
my lord is jinvar hai jinvar
Teri jai jai jai jai ho………
we will worship
with devotion in mind
Lord is my Adi Jineshwar, Lord is my Adinath
Whether it is Shwetambar or Digambar, we are Jains, just Jains.
We are followers of Lord Shri Adinath Mahavir
We will do a lot of devotion and bhajans by adding mind
we will worship
with devotion in mind
Lord is my Adi Jineshwar, Lord is my Adinath
There is devotion in us, the power in us is the welfare of us.
Jain Hum and Jain Tum are the children of Mahavir
We will become one power, leaving behind creed differences
we will worship
with devotion in mind
Lord is my Adi Jineshwar, Lord is my Adinath