काया शुद्ध होत जब ब्रजरज उड़ंग लगे
माया शुद्ध होत कृष्ण नाम पर लुटाए ते
शुद्ध होत कान कथा कीर्तन श्रवण किए
नयन शुद्ध होत दर्ज युगल छवि पाए के
हाथ शुद्ध होत या ठाकुर की सेवा के
पांव शुद्ध होत धाम वृंदावन जाए के
मस्तक शुद्ध होत या श्री पति के चरण धरे
रसना शुद्ध होत श्यामा श्याम गुण गाए के
मेरी जुबान पे श्याम का जो नाम आ गया
एक लम्हा जिंदगी का मेरे काम आ गया
मुर्शीद ने मुझे आज वह दौलत है अता की
करोड़ों जन्म के पाप का अंजाम आ गया
सतगुरु की दया का यह करिश्मा तो देखिए
पर्दे में जो छिपा था लवी बाम आ गया
गफलत में पढ़ा सोता है उठ चेत होश कर
क्या देखता है मौत का पैगाम आ गया
दुनिया में पार सार कदम दम भरने वह लगा
जो मैं कदे से लौट कर ना काम आ गया
रिन्दो को भला और क्या अब चाहिए युगल
शाकी लिए हुए मैं गुलफाम आ गया
Body is pure when Brajraj starts flying
Maya is pure and spend it in the name of Krishna.
listened to pure pure ear story kirtan
Nayan Shuddh Hota Enter Couple Image Pay Ke
the hands are pure or for the service of the Thakur
To go to Vrindavan, the holy place of feet
The head is pure or the feet of the husband are kept
Rasna is pure hot Shyama Shyam to sing the virtues
Shyam’s name came on my tongue
My life has come for a moment
Murshid gave me that wealth today
The sin of crores of births has come to an end
See this charisma of Satguru’s mercy
What was hidden in the curtains, Lavi Balm has arrived
Sleeps in error, wakes up consciously
What sees the message of death has come
He felt like stepping across the world
What I never returned to work
What else does Rindo want now?
I came to Gulfam with Shaki