मेरी सुन लो मारुती नंदन, काटो मेरे दुःख के बंधन,
हे महाबीर बजरंगी, तुम्हे कहते है दुःख भंजन ।
मुझ पर भी करुणा करना मैं आया शरण तिहारी,
मैं जोड़े हाँथ खड़ा हूँ तेरे दर का बना भिखारी ।
तुम सबसे बड़े भंडारी मैं पानी तुम हो चन्दन,
हे महाबीर बजरंगी तुम्हे कहते है दुःख भंजन ॥
तेरा नाम बड़ा दुनिया में, सब तेरा ही गुण गए,
इस जग के सब नर नारी चरणों में शीश नवाये ।
करो भाव से पार मुझे भी, हे बाबा संकट मोचन,
हे महाबीर बजरंगी तुम्हे कहते है दुःख भंजन ॥
मैंने तेरी आश लगायी, बाबा हनुमान गोसाई,
जब भीड़ पड़ी भक्तो पे तूने ही करी सहाई ।
भक्तो ने करी दुहाई प्रभु दीजो मोहे दर्शन,
हे महाबीर बजरंगी तुम्हे कहते है दुःख भंजन ॥
पोस्ट किया :- अनिल मिश्रा
Listen to me Maruti Nandan, cut the bonds of my sorrow,
O Mahabir Bajrangi, you are called sorrow-broker.
To have compassion on me too, I came to Sharan Tihari,
I am standing with folded hands, a beggar made by you.
You are the biggest Bhandari, I am the water, you are the sandalwood,
O Mahabir Bajrangi, you are called sorrow-broker.
Your name is big in the world, all your qualities are gone,
All the men and women of this world should bow their heads at the feet.
Do me too, O Baba, Sankat Mochan,
O Mahabir Bajrangi, you are called sorrow-broker.
I hoped for you, Baba Hanuman Gosai,
When there was a crowd, you only helped the devotees.
The devotees cried out to the Lord who gave Mohe Darshan,
O Mahabir Bajrangi, you are called sorrow-broker.
Posted :- Anil Mishra