मिलना हमे तुमसे ये सोच के आए हैं,
खाली न लौटाना विश्वाश लाये है,
मेरे श्याम किरपा निधान,
सुनो घनश्याम मेरे श्याम,
जग के थपेड़ो ने चोट ऐसी मारी,
उजड़ने लगी है बाबा हस्ती हमारी,
हसना हमे बाबा बड़े दुःख पाये है,
खाली न लौटाना विश्वाश लाये है,
मेरे श्याम किरपा निधान,
तेरा नाम लेकर हम तो दर तेरे खड़े है,
हटे गे नहीं हम बाबा जिद पे अड़े है,
गुथी हर उल्जन की सुलझाने आये है,
खाली न लौटाना विश्वाश लाये है,
मेरे श्याम किरपा निधान,
कदम हर कदम पर आहत राहत नहीं है,
तेरी बनाई क्या वो दुनिया यही है,
हर घाव पर मरहम लगाने आये है,
खाली न लौटाना विश्वाश लाये है,
मेरे श्याम किरपा निधान,
नारज पड़ गई जो तेरी हम पे मुरारी,
मुश्किल दीपक दुःख पीड़ा मिट जाये सारी,
गोलू जीवन तुझपे वार जाने आया है,
खाली न लौटाना विश्वाश लाये है,
मेरे श्याम किरपा निधान,
We have come to meet you with this thought,
Not returning empty has brought faith,
My Shyam Kirpa Nidhan,
Listen Ghanshyam my shyam,
The thunder of the world hit like this,
Baba’s personality has started to erode,
We have found Baba with great sorrow.
Not returning empty has brought faith,
My Shyam Kirpa Nidhan,
By taking your name we are standing behind you,
We will not move away, we are adamant on Baba’s stubbornness,
Guthi has come to solve every confusion,
Not returning empty has brought faith,
My Shyam Kirpa Nidhan,
Every step hurt is not relief,
Is this the world you made,
He has come to apply ointment on every wound.
Not returning empty has brought faith,
My Shyam Kirpa Nidhan,
I got angry with your hum pe murari,
May the difficult lamp, sorrow and pain be erased,
Golu life has come to attack you,
Not returning empty has brought faith,
My Shyam Kirpa Nidhan,