मुझ को जमीन आसमान मिल गई,
साईं क्या मिले सब कुछ मिल गए ।
मुझ को जमीन आसमान मिल गई,
साईं क्या मिले हर ख़ुशी मिल गई ॥
कैसा बेअरुखा था जीवन कैसी बेबसी,
रूठ गई थी मुझसे कब की हर ख़ुशी ।
मेहर हो गए मेहरबान मिल गए,
साईं क्या मिले सब कुछ मिल गए ॥
हर जनम में ध्यान अधुरा छोड़ आई है,
पन्ने जैसे जान के हम मोड़ आई हैं ।
साईं में ही गीता कुरान मिल गए,
साईं क्या मिले सब कुछ मिल गए ॥
I got the land and the sky,
Sai got what he got.
I got the land and the sky,
Sai got every happiness I got
How rude was life, what a helplessness,
I was upset when every happiness was with me.
Got kind, got kind,
Sai got what you got everything
Meditation has been left incomplete in every birth,
We have turned like a page.
Got the Gita Quran in Sai itself.
Sai got what you got everything