न करो बंदगी न करो इबादत,
इक दूजे दे नाल प्यार करो इक दूजे दा सत्कार करो,
सब तो वडी है पूजा है सब तो बड़ा एह सजदा है एहो मेरा सतगुरु कहंदा है,
एहो मेरा दाता कहंदा है,
बन्दा बंदे दे कम आवे भावे ओ माला फेरे न,
दुखियां दी सेवा करदा रहे भावे आवे दर मेरे न,
जो सब ले खैरा मंगदा है सब नाल भलाई करदा है,
दिल विच मेरे ओ वसदा है,
न करो बंदगी न करो इबादत
नफरत दी खेती करदे जो नफरत दा ही फल चख दे ने,
एहो दस्त्रुर क्दरत दा जो भीज्दे ने ओह ही कट दे ने,
किकरा ते अम्ब नही लगदे पत्थर पनियां ते नही तर दे,
अंजाम बुरे ने बुरेया दे
न करो बंदगी न करो इबादत …
तू पंज नमाजी कहलावी जा मथे तिलक सजावी तू,
गिरजा घर विच कैंडल वाले या नित गुरुद्वारे जावे तू,
दिल साफ़ जे तेरा नही साहिल फिर कुछ भी नही होना हासिल,
कुज सोच विचार तू एह गाफिल
न करो बंदगी न करो इबादत ….
Don’t worship, don’t worship,
Love each other, honor each other,
Sab to vadi hai pooja hai sab to bada eh sajda hai eho mera satguru kahnda hai,
This is what my giver says,
Banda Bande De Kam Aave Bhave O Mala Phere Na,
Dukhiyan di seva karda rahe bhave aave dar mere na,
Jo sab le khaira mangda hai sab naal bhalai karda hai,
Dil vich mere o vasda hai,
Don’t worship, don’t worship
Those who cultivate hatred reap the fruit of hatred,
This is the dastur nature of those who get wet they cut it,
Kikra te amb nahi lagde patthar paniyan te nahi tar de,
The end is bad and bad
Don’t worship, don’t worship.
Tu Panj Namazi Kahalavi Ja Mathe Tilak Sajavi Tu,
Girja ghar vich candle wale ya nit gurudware jave tu,
Dil Saaf Je Tera Nahi Sahil Phir Kuch Bhi Nahi Hona Hasil,
Some think thought you this gafil
Don’t worship, don’t worship.