निन्द्रा बेच दू कोई ले तो, रामो राम रटे तो तेरो मायाजाल कटेगी
भाव राख सतसंग में जावो, चित में राखो चेतो।
हाथ जोड़ चरणा में लिपटो, जे कोई संत मिले तो
पाई की मण पाँच बेच दू, जे कोई ग्राहक हो तो।
पाँचा में से चार छोड़ दू, दाम रोकड़ी दे तो
बैठ सभा में मिथ्या बोले, निन्द्रा करै पराई।
वो घर हमने तुम्हें बताया, जावो बिना बुलाई॥
के तो जावो राजद्वारे, के रसिया रस भोगी।
म्हारो पीछो छोड़ बावरी, म्हे हाँ रमता जोगी॥
ऊँचा मंदिर देख जायो, जहाँ मणि चवँर दुलाबे।
म्हारे संग क्या लेगी बावरी, पत्थर से दुख पावे॥
कहे भरतरी सुण हे निन्द्रा, यहाँ न तेरा बासा।
म्हें तो रहता गुरु भरोसे, राम मिलण की आशा॥6॥
If I sell sleep, if someone takes it, Ramo Ram rote then your magic will be cut.
Go ashes to the satsang, keep your mind in your mind.
Wrap your hands with folded hands, if you find any saint
Sell five pieces of pie, if you have a customer.
If I leave four out of five, if you pay cash
Sitting and speaking falsely in the meeting, please sleep.
We told you that house, go without calling.
If you go to the royal palace, you will enjoy the taste of Rasiya.
Mharo chhoch chhod bawri, mhe yes ramta jogi.
Look at the high temple, where Mani Chavar Dulabe.
What will Bawri take with me, she will be hurt by a stone?
Say Bharati Sun, O sleep, neither your basa here.
I have faith in the Guru, hope of meeting Ram॥6॥