नौकर हूँ तेरा साँवरे सेवा करू तुम्हारी मैं सेवा करू तुम्हारी,
तन मन सौंप दिया मैंने तुझपे मैं बलिहारी, कर हूँ तेरा साँवरे…..
प्रेमी बहुत है तेरे करती सेवा दारी,
किरपा करो मुझ पर भी रीजो लखदातारी,
तू तो अपने सेवक से कर लेता सच्ची यारी,
नौकर हूँ तेरा साँवरे…..
काबिल नहीं हु मैं तो फिर भी अपना बनाया,
चरण चाकरी दे कर मुझको हे दास बनाया,
मैं चाकर तुम ठाकुर मेरे किरपा हुई तुम्हारी,
नौकर हूँ तेरा साँवरे……..
मेरी सत करमो का ऐसा सिला मिला है उजड़ा था गुलशन जो तेरी दया से खिला है,
चोखानी ने तेरे दर से पाई खुशियां सारी,
नौकर हूँ तेरा साँवरे………
I am a servant to serve you in the evening, I will serve you,
I have handed over my body and mind, I am sacrificed to you, I am your beauty…..
Lover is a lot to do service for you,
Have a grudge on me too Lakhdatari,
You would have done true friendship with your servant,
I am your servant…..
I am not capable, yet I made my own,
He made me, O slave, by giving his feet.
I am the Thakur of you.
I am your servant………
I have found such a thread of my good deeds, that Gulshan was ruined, which has been fed by your kindness,
Chokhani got all the happiness from your rate,
I am your servant………