भक्ति में शबरी ने श्रीराम को पाया था
भक्ति में प्रहलाद ने श्री कृष्ण को पाया था
कौन सी ऐसी भक्ति करु मैं मेरे घर गुरु आए
मैं ही मीरा मैं ही शबरी राम श्याम बन आओ
ओ गुरुवर आ जाओ ओ दर्श दिखा जाओ
ओ गुरुवर आ जाओ ओ दर्श दिखा जाओ
मैंने तुमसे गुरुवर एक बात छुपाई है
मन की बेरी में गुरुवर तेरी छवि छिपाई है
बिछड़ जो जाऊं मैं जो गुरुवर साथ देना तुम
मैंने तुमको अपना माना ध्यान जरा तुम देना
ओ गुरुवर आ जाओ ओ दर्श दिखा जाओ
ओ गुरुवर आ जाओ ओ दर्श दिखा जाओ।
Shabari found Shri Ram in devotion
Prahlad found Shri Krishna in devotion
Which kind of devotion should I do, my guru came to my house?
I am Meera, I am Shabri Ram Shyam.
Oh master come, show me the vision
Oh master come, show me the vision
I have hidden one thing from you sir
Guruvar has hidden your image in the berry of the mind
Whoever gets separated, the master who gives you support
I considered you my own, give me your attention
Oh master come, show me the vision
Come, O master, show me the vision.
Composer :- Pushkar Jain Raj Mumbai