पिछम धरा सू म्हारा पीर जी पधारिया
घर अजमल अवतार लियो
लाछा बाई सुगना बाई करे हर की आरती
हर जी भाटी चवर डुले
वैकुंठा मे रामा होवे हर की आरती
धीरत मिठाई बाबा चढ़े थारे चूरमो
धुपा री ओ मेहकार पड़े
लाछा बाई सुगना बाई करे हर की आरती
हर जी भाटी चवर डुले
वैकुंठा मे रामा होवे हर की आरती
वीना रे तंदूरा धनी रे नौबत बाजे
झालर री ओ झनकार पड़े
लाछा बाई सुगना बाई करे हर की आरती
हर जी भाटी चवर डुले
वैकुंठा मे रामा होवे हर की आरती
खम्मा म्हारा बाप जी ने सारो जुग ध्यावे
अजमल जी रा कवरा रो भेद कोनी पावे
द्वारका रा नाथ थाने सारो जुग ध्यावे
जैसी ज्यारी भावना वैसो फल पावे
गंगा रे जमुना बेवे रे सरस्वती
रामदेव बाबा स्नान करे
लाछा बाई सुगना बाई करे हर की आरती
हर जी भाटी चवर डुले
वैकुंठा मे रामा होवे हर की आरती
केसर कुंकु रा भर्या रे चोपड़ा
रामदेव बाबा तिलक करे
लाछा बाई सुगना बाई करे हर की आरती
हर जी भाटी चवर डुले
वैकुंठा मे रामा होवे हर की आरती
आँधलिया ने आख्या देवे पांगला ने पाव देवे
बाबो बांझनिया रा पालनिया झुलावे जियो
लाछा बाई सुगना बाई करे हर की आरती
हर जी भाटी चवर डुले
वैकुंठा मे रामा होवे हर की आरती
ओर तो देवारी बाबा देव ल्या पूजीजे
म्हारा बाप जी रा पगल्या पूजी जे जियो
लाछा बाई सुगना बाई करे हर की आरती
हर जी भाटी चवर डुले
वैकुंठा मे रामा होवे हर की आरती
जोई जोई ध्यावे ज्यारे बाबो बेगो आवे
बाबो नुगरा सू दूर घनो ज्यावे जियो
लाछा बाई सुगना बाई करे हर की आरती
हर जी भाटी चवर डुले
वैकुंठा मे रामा होवे हर की आरती
दूरा रा देशा रे बाबा आवे थारे यात्री
दर्गा आगे नमन करे
लाछा बाई सुगना बाई करे हर की आरती
हर जी भाटी चवर डुले
वैकुंठा मे रामा होवे हर की आरती
छोटा मोटा टाबरिया पीर जी पुकारे
मोटोडातो रामदेव कहावे जियो
लाछा बाई सुगना बाई करे हर की आरती
हर जी भाटी चवर डुले
वैकुंठा मे रामा होवे हर की आरती
हरी शरना मे भाटी हर जी रे बोलिया
नवा रे खंडा मे दू निशान धुरे
लाछा बाई सुगना बाई करे हर की आरती
हर जी भाटी चवर डुले
वैकुंठा मे रामा होवे हर की आरती
भजन संकलन – श्री कन्हैया जी आगीवाल
Picham Dhara Su Mhara Pir Ji Padhariya
Take home Ajmal incarnation
Lachha Bai Sugna Bai does the Aarti of everyone
Every ji bhati chavar dule
Rama in Vaikuntha is the Aarti of everyone
Dheerat Mithai Baba Chadhe Thare Churmo
The sun’s rays are bright
Lachha Bai Sugna Bai does the Aarti of everyone
Every ji bhati chavar dule
Rama in Vaikuntha is the Aarti of everyone
Veena re tandoora dhani re naubat baje
The jhala ri o jhankar pade
Lachha Bai Sugna Bai does the Aarti of everyone
Every ji bhati chavar dule
Rama in Vaikuntha is the Aarti of everyone
Khamma my father meditated all the time
Ajmal Ji Ra Kavra Ro Bhed Koni Pave
Dwarka Ra Nath Thane Saro Yug Dhyave
As the feeling of life, so it bears fruit
Ganga re Jamuna beve re Saraswati
Ramdev Baba should take a bath
Lachha Bai Sugna Bai does the Aarti of everyone
Every ji bhati chavar dule
Rama in Vaikuntha is the Aarti of everyone
Chopra is full of saffron flowers
Ramdev Baba does Tilak
Lachha Bai Sugna Bai does the Aarti of everyone
Every ji bhati chavar dule
Rama in Vaikuntha is the Aarti of everyone
The blind man gives the eyes, the lame man gives the feet
Babo, live the barren woman’s cradle
Lachha Bai Sugna Bai does the Aarti of everyone
Every ji bhati chavar dule
Rama in Vaikuntha is the Aarti of everyone
Or to worship Dewari Baba Dev
My father’s crazy worshiper who lives
Lachha Bai Sugna Bai does the Aarti of everyone
Every ji bhati chavar dule
Rama in Vaikuntha is the Aarti of everyone
Joi Joi Dhyave Jyare Babo Bego Aave
Babo Nugra soo door ghano jyave jiyo
Lachha Bai Sugna Bai does the Aarti of everyone
Every ji bhati chavar dule
Rama in Vaikuntha is the Aarti of everyone
Far away country, Baba, come to your traveller
Pay homage to the Dargah
Lachha Bai Sugna Bai does the Aarti of everyone
Every ji bhati chavar dule
Rama in Vaikuntha is the Aarti of everyone
Chota Mota Tabriya Pir Ji Pukare
Motodato Ramdev Kahave Jiyo
Lachha Bai Sugna Bai does the Aarti of everyone
Every ji bhati chavar dule
Rama in Vaikuntha is the Aarti of everyone
Hari Sharna Me Bhati Har Ji Re Boliya
Two marks in the new section
Lachha Bai Sugna Bai does the Aarti of everyone
Every ji bhati chavar dule
Rama in Vaikuntha is the Aarti of everyone
Bhajan Compilation – Shri Kanhaiya Ji Agiwal