प्रेम दीवानी मीरा के प्रभु भाग ऐसे जागे,
साथ है गिरधर मुरारी और अब क्या मांगे,
तेरा मोहक रूप मोहन इक शन में भा गया,
तू मधुर मुस्कान बन मीरा के मन पर छा गया,
प्रेम दीवानी
वो भू वन में भटकती भाव अश्रू बह रहे,
वो विरहा हर दिसदी संतर श्याम तुझसे कह रहे,
प्रेम दीवानी
श्याम पलकन पर सेहजे आंख को कैसे छपाती,
फिर जगे नैनो में फिर भी कृष्ण के सपने सजाती,
प्रेम दीवानी
Lord of love lover Meera woke up like this,
Girdhar Murari is with him and now what does he ask for?
Mohan fell in love with your seductive form,
You became a sweet smile on Meera’s mind,
love addict
Those wandering in the earth’s forest, the tears are flowing,
That separation every day Santra Shyam is telling you,
love addict
How to print the safe eye on the black eyelid,
Then in the awakened Nano still adorned the dreams of Krishna,
love addict