प्रेम नगर की डगर हैं कठिन रे,
बटोई ना करना वसेरा पग बड़ा हो ना जाए अँधेरा,
प्रेम नगर की डगर हैं कठिन रे…….
यह तन है कोटि नवरियाँ रे प्राणी,
भरने न पाए इस में पापो का पानी,
नादान केवट सम्बल के चलो मीत माया भवर ने है गेरा
पग बड़ा हो न जाए अँधेरा……
मन का रतन रख यतन से अनाड़ी,
यहाँ आगे चोरो की बस्ती है भारी,
ज्ञानी था केरे गुमानी पल में उठ जाए लाखो का बेडा,
पग बड़ा हो न जाए अँधेरा……
बादल भी पतकी अँधेरी है राते है,
भजन सार सब झूठी दुनिया की बाते,
लाखो श्याम पुतरिन में उसकी झलक मीत हो जाये पल में सवेरा,
पग बड़ा हो न जाए अँधेरा……
The road of Prem Nagar is tough,
Don’t share, don’t let your feet grow up in the dark,
Prem Nagar’s path is difficult re…….
This body is the koti navriyan re animal,
The water of sins could not be filled in this,
Maya Bhavar has met Nadan Kewat Sambal Ke Chalo Meet
Don’t get big, it’s dark……
Clumsy with effort, keep the gem of the mind
Here ahead of the thieves’ settlement is heavy,
The knowledgeable was that the fleet of millions should get up in a lost moment,
Don’t get big, it’s dark……
Even the clouds are thin and dark,
Psalm essence all the talk of the false world,
His glimpse in millions of Shyam Putrin may be met in the morning,
Don’t get big, it’s dark……