रबा मेरेया मेरे हाल दा मेहरम तू अन्दर तू ऐ ते बहार तू,
रोम रोम विच तू
रबा मेरेया मेरे हाल दा मेहरम तू
तू है ताना तू है भाना सब किश मेरा तू
रबा मेरेया मेरे हाल दा मेहरम तू
कहे हुसैन फ़कीर निमाना
मैं न ही सब तू
रबा मेरेया मेरे हाल दा मेहरम तू
Raba mereya mere hal da mehram tu andar tu ai te bahar tu,
You in Rome Rome
Rabba mereya mere hal da mehram tu
You are the warp, you are the sense of everything I have
Rabba mereya mere hal da mehram tu
Says Hussain Fakir Nimana
I’m not all you
Rabba mereya mere hal da mehram tu