सबके राम

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इसके राम
उसके राम
जो मन सुमिरै
उसके राम !

कौशल्या के
नंदन बनकर,
चाँद खिलौना
लेते राम!

शिव धनुष की
प्रत्यंचा बाँधें,
जनक सुता
सीता के राम !

दशरथ के वचनों
को थामे,
कैकयी की कसमों
के राम !

शबरी के जूठे
बेर खाकर
हर भाव-भेद
मिटाते राम !

केवट जिनके
चरण पखारे,
नाव लखन संग
तारैं राम !

भाई भरत का
मान बढ़ाते,
चरण पादुका में
बसते राम !

अरण्य वन में
सिया बिन तड़पे,
जटायु से पता
पूछते राम !

गिलहरी का
वंदन करते,
अहल्या की मुक्ति
बनते राम !

रामसेतु की
महिमा अद्भुत,
पत्थर भी
तैराते राम !

हनुमान के
हृदय में बसते,
लंका पर विजय
कराते राम!

भव से सबको
पार उतारें
त्रेता युग के
राजा राम !

महिमा राम की
पता न हो तो,
कहकर देखो,
जय सियाराम !

अयोध्या में
सदा विराजे,
जय श्रीराम
जय श्रीराम !



its ram his ram the mind that sums up His Ram!

Kaushalya’s As Nandan, moon toy Take Ram!

of Shiva bow tie the thread, Janak Suta Sita’s Ram!

Dasharatha’s words hold on, Kaikeyi’s vows K Ram!

Shabri’s shoes eating plum every difference Destroying Ram!

boats whose step down, Nao Lakhan Sang Tara Ram!

of brother Bharat Increasing values, Step in the sandals Baste Ram!

In the forest forest Siya bin tadpe, Address from Jatayu Poochte Ram!

squirrel’s saluting, Ahalya’s Liberation Became Ram!

of Ram Setu majesty wonderful, even stone Swimming Ram!

of hanuman living in the heart, victory over lanka Karate Ram!

by all take off of Treta Yuga King Rama !

Mahima Ram’s If you don’t know, look at saying Jai Siyaram !

in Ayodhya stay forever, Long live Rama Jai Shree Ram !

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