तय कर लो अब सत्य सनातन, की छाया हो शासन पर, राम भक्त ही राज करेगा, दिल्ली के सिंहासन पर, राम प्रतिष्ठित किए अवधपुरी के आसन पर, रामभक्त ही राज करेगा, दिल्ली के सिंहासन पर, जय श्री राम जय श्रीराम, जय श्रीराम जय श्रीराम ।।
संसद की चौखट को वंदन, लोकतंत्र को मान मिला, दुनिया भर में भारत माता, को अपनी सम्मान मिला, सात दशक तक हमने देखा, जिसको सहमा डरा डरा, एक दशक में अंबर हमको, निर्भय हिंदुस्तान मिला, विश्वासों को सदा सहारा, जहां मिले अनुशासन पर, रामभक्त हि राज करेगा, दिल्ली के सिंहासन पर, जय श्री राम जय श्रीराम, जय श्रीराम जय श्रीराम ।।
जिस भारत ने माना हरदम, घट घट के है वासी राम, समता सुख और समृद्धि के, सदा रहे अनुप्रासी राम, त्रेता में तो 14 वर्षों का ही, बस बनवास मिला, पांच सदी तक पर कलयुग में, बने रहे वनवासी राम, जग बलिहारी जाएं अपने, परम प्रभु के दर्शन पर, रामभक्त हि राज करेगा, दिल्ली के सिंहासन पर, जय श्री राम जय श्रीराम, जय श्रीराम जय श्रीराम ।।
तय कर लो अब सत्य सनातन, की छाया हो शासन पर, राम भक्त ही राज करेगा, दिल्ली के सिंहासन पर, राम प्रतिष्ठित किए जिन्होंने, अवधपुरी के आसन पर, रामभक्त हि राज करेगा, दिल्ली के सिंहासन पर, जय श्री राम जय श्रीराम, जय श्रीराम जय श्रीराम ।।
Now decide that the shadow of Satya Sanatan should be on the government, only Ram devotee will rule, on the throne of Delhi, Ram has been established on the seat of Awadhpuri, only Ram devotee will rule, on the throne of Delhi, Jai Shri Ram, Jai Shri Ram, Jai Shri Ram Jai Shri Ram ..
Salutation to the doors of Parliament, democracy got respect, Mother India got respect all over the world, for seven decades we saw someone who was scared and scared, in one decade we got amber, fearless India, our beliefs always got support, wherever we found it. On discipline, only Ram devotee will rule, on the throne of Delhi, Jai Shri Ram Jai Shri Ram, Jai Shri Ram Jai Shri Ram.
The India which believed that Ram is always there, always there, there is equality, happiness and prosperity, Ram was always anuprasi, in Treta he was only 14 years old, he was exiled for five centuries, but in Kalyug, Ram remained a forest dweller, a sacrificer of the world. Go for the darshan of your Supreme Lord, only the devotee of Ram will rule on the throne of Delhi, Jai Shri Ram Jai Shri Ram, Jai Shri Ram Jai Shri Ram.
Now decide that the shadow of Satya Sanatan should be on the government, only Ram devotee will rule, on the throne of Delhi, who established Ram, on the throne of Avadhpuri, only Ram devotee will rule, on the throne of Delhi, Jai Shri Ram Jai Shri Ram, Hail Shri Ram Hail Shri Ram ..