रूचि रूचि भोग लगाओ मेरी मैया,
प्रेम से भोग लगाओ मेरी मैया,
पेड़ा बताशे का भोग हमारा,
हलवा चना का भोग हमारा,
रूचि………
आप भी खाओ नौ बहनों को खिलाओ,
शेष बचे बतवयव मेरी मैया,
रूचि……..
पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण,
चार दिशा से आओ मेरी मैया,
रूचि…….
जो तेरे इस भोग को पावें,
वो तेरा बन जाये मेरी मैया,
रूचि……
ऐसा भोग लगाओ मेरी मैया,
सब अमृत हो जाये मेरी मैया,
रूचि……
!! जय माता दी !!
Enjoy Ruchi Ruchi, my love
Enjoy with love, my love
Our enjoyment of Peda Batase,
Our enjoyment of halwa gram,
Interested…………
You also eat, feed nine sisters,
For the rest, my mother,
Interested………
east west north south,
Come from four directions, my love,
Interested……
Those who get this enjoyment of yours,
May she become yours, my love
Interested……
Enjoy this my dear,
May all be nectar my love,
Interested……
, Jai Mata Di !!