सब किरपा की बात है,
किस किस को यह क्या मिलेगा ये श्याम के हाथ है,
सब किरपा की बात है,
किरपा से ही हनुमान जी पहाड़ उठा कर लाये थे,
धरु भक्त ने किरपा से विष्णु के दर्शन पाए थे,
सब कुछ करते श्याम प्यारे मेरी औकात क्या है,
सब किरपा की बात है,
किरपा से प्रलाह्द भक्त ने नारायण को पाया था,
किरपा से माँ मीरा जी ने कान्हा जी को भुलाया था,
किरपा से सुदामा के सुधेरे हालात है,
सब किरपा की बात है,
किरपा से ही मरते वक़्त रावण ने राम का नाम लिया,
किरपा से शिव शंकर ने दुनिया की खातिर विष था पिया,
किरपा से ही आनंद की होती वरसात है
सब किरपा की बात है,
हर ग्यारस को किरपा से ही हम सब खाटू जाते है,
किरपा से ही सभी प्रेमी श्याम के दर्शन पाते है,
रव दास कहे किरपा से हमारी हुई मुलाक़ात है,
सब किरपा की बात है
किरपा से ही ध्यानु भक्त ने जग में नाम कमाया था,
माँ जगदम्बे के चरणों में काट के शीश चङाया था,
अमित धूल के किरपा से सुधेरे हालात है,
सब किरपा की बात है
It’s all a matter of kirpa,
Who will get what this is in the hands of Shyam,
It’s all a matter of kirpa,
Hanuman ji had brought the mountain from Kirpa itself.
The devotee of Dharu had got the vision of Vishnu from Kirpa,
Shyam dear what is my position doing everything,
It’s all a matter of kirpa,
The devotee of Prahlad had found Narayan from Kirpa,
Mother Meera ji had forgotten Kanha ji from Kirpa,
From Kirpa to Sudama, things have improved.
It’s all a matter of kirpa,
While dying from Kirpa, Ravana took the name of Rama.
Shiv Shankar drank poison from Kirpa for the sake of the world,
From Kirpa is the rain of happiness
It’s all a matter of kirpa,
We all go to khatu every year with a splutter,
All lovers get the darshan of Shyam from Kirpa.
Says Ravi Das that we met Kirpa,
It’s all a matter of kirpa
It was from Kirpa that the devotee of Dhyanu had earned a name in the world.
Had cut his head at the feet of Mother Jagadamba,
Amit’s condition is improving with the dust of dust,
It’s all a matter of kirpa