साईं आओ जी घर में हमारे,
तेरे कदमो में सजदा करेंगे,
तेरे भक्त तुझे कब से पुकारे तेरे रूप का नजारा करेंगे,
साईं आओ जी घर में……….
कोई तुझको रहीम है कहता,
कोई तुझको है राम पुकारे,
जो दिखाया था शिरडी में जलवा देख कर हम गुजारा करेंगे,
साईं आओ जी घर में……..
जाये काशी कोई जाये काबा,
मैं तेरा तू मेरा साई बाबा,
तेरे कदमो में तीर्थ हमारी,
तेरे जलवो की पूजा करेंगे,
साईं आओ जी घर में……..
जब यहाँ जिसने तुझको पुकारा,
आ गया है तू बन के सहारा,
भीख दे या न दे तेरी मर्जी,
तेरे दर पे सवेरा करेंगे,
साईं आओ जी घर में……..
दास अधहर ये रो रो के कहता तने हस हस के दुनिया के सेह्ता,
अपनी नजरो से एह साई बाबा तेरा सजदा उतारा करेंगे,
साईं आओ जी घर में……..
Sai come ji in our house,
Will prostrate at your feet,
From when do your devotees call you, they will see your form,
Sai come ji in the house………..
Somebody says you are Rahim,
Somebody call you Ram,
We will make a living by seeing what was shown in Shirdi.
Sai come ji in the house…….
Go Kashi, go to Kaaba,
Main Tera Tu Mera Sai Baba,
Our pilgrimage at your feet,
Will worship your waters,
Sai come ji in the house…….
When here who called you,
You have come to become the support,
Beg or not give your wish,
Will dawn at your rate,
Sai come ji in the house…….
Das Adhar says of crying to the world’s health,
Eh Sai Baba will bring down your prostration with your own eyes,
Sai come ji in the house…….