साई आया बन कृष्ण कन्हिया,
तुझे मोहन कहु या राधा मैया,
तेरी चिलम लगे वेणु जैसी,
तेरी पालकी लगे धेनु जैसी,
मोहे लागे तू कृष्ण कन्हिया,
तुझे मोहन……..
तेरी शिरडी लगे वृन्दा रानी,
जहा लीला रची तूने मनमानी,
तू है शिरडी का रास रचइया ,
तुझे मोहन……..
तू ही राम मेरा घनश्याम मेरा,
तू है साई मेरा मैं हूँ दास तेरा,
मेरा सब कुछ तू साई सावरिया,
तुझे मोहन……..स्वरअलका गोएल
Sai Aaya Ban Krishna Kanhiya,
Call me Mohan or Radha Maiya,
Your chill is like Venu,
Your palanquin is like Dhenu,
Mohe lage tu Krishna Kanhiya,
You Mohan………
Your Shirdi lage Vrinda Rani,
Where you created Leela arbitrarily,
You have created the Ras of Shirdi,
You Mohan………
You are my Ram my Ghanshyam mine,
You are my Sai, I am your servant,
My everything, you are Sai Savaria,
Tue Mohan…….SwarAlka Goel