साई जी तहनु तक तक के जीवा,
अखियां राही दर्शन करके नित अमृत पीवा
साई जी तहनु तक तक के जीवा,
सुख विच शुक्र मनावा ते मैं दुःख विच अर्ज सुनावा,
हर वेले अरदास करा मैं पल पल शीश निभावा,
सुमिरन विच भी ते कुल जीवन विच भी बस एहियो चाहवा,
साई जी तहनु तक तक के जीवा,
चन ते चकोर दे वरगा ते सादा वे नाता,
असा है कट पुतली ओ साईजी तू सा हो लेख विद्याता,
असा हां मूरख ते अज्ञानी तू सी पुराण ज्ञाता,
साई जी तहनु तक तक के जीवा,
दुनिया दे कम कार दे अन्दर याद न भुल्दी तुह्दी,
दिल दे शीशे दे विच सूरत दिसदी तुहाडी,
साहिल जी जान दे अन्दर झलक दिख्दे तुहाडी,
साई जी तहनु तक तक के जीवा,
Sai ji till tahanu ke jiva,
After seeing Akhiyan Rahi, drink the nectar of nectar
Sai ji till tahanu ke jiva,
If you celebrate happiness with Venus, I will listen to sorrow which is application,
Every vele ardas, i pal pal shisha nibhava,
Sumiran wich bhi te total life wich bhi bus ehio chahwa,
Sai ji till tahanu ke jiva,
Chan te chakor de varga te sada ve nata,
Asa hai cut putli o saiji tu sa ho lekh vidyata,
As yes, you are foolish to ignorant, you are the knower of Puranas,
Sai ji till tahanu ke jiva,
Give the world less car, don’t forget to remember inside,
Dil de sheeshe de wich surat disadi tuhadi,
Sahil ji gives life a glimpse inside, see Tuhadi,
Sai ji till tahanu ke jiva,