मुझे अब कोई भी फिकर नही
मेरा संवारा मेरे साथ है,
मैं शरण श्याम की आ गया
मेरे सिर पे श्याम का हाथ है,
गम दूर सारे हो गए मुश्किल की घडिया गुजर गई
जब से दया हुई श्याम की खुशियों की कलिया भिखर गई
अंधियारी राते ढल चुकी पूनम की अब हर रात है
मुझे अब कोई भी फिकर नही ………….
मैंने भोला जीवन नैया जी को चरणों में इनकी सोंप कर
जिस हाल में रखे ये मुझे जाउगा ना दर छोड़ कर
मैं दीन हु तेरा संवारे तू मेरा दीना नाथ है
मुझे अब कोई भी फिकर नही
मेरे श्याम की किरपा से ही इस दुनिया में पहचान है,
अपनों की बात छोड़ीये गेरो में भी समान है
बिन श्याम के दुनिया में कुछ मेरी नही औकात है
मुझे अब कोई भी फिकर नही
I don’t care anymore
my grooming is with me,
I have come to the refuge of Shyam
Shyam’s hand is on my head,
The sorrow has gone away, the hour of difficulty has passed
Shyam’s buds of happiness got shattered ever since he got mercy.
Poonam has every night now
I don’t care anymore………….
I surrendered Bhola Jeevan Naiya ji at her feet.
The condition in which I keep it will not wake me, leaving the rate
I am the deen, you are my deena nath
I don’t care anymore
My Shyam is recognized in this world only because of Kirpa,
Leave your words to yourself, it is the same in Gero
I have nothing in the world of Bin Shyam
I don’t care anymore