साँवरे तेरे दर आया जब हारकर,
तूने पकड़ी कलाई मज़ा आ गया ॥
मेरे अपनों ने मुझको सताया बहुत,
हसना चाहा तो पल पल रुलाया बहुत,
रोते रोते जो पौंचा मैं खाटू नगर,
ज़िन्दगी मुस्कराई तो मजा आ गया,
साँवरे तेरे दर आया जब हारकर,
ख्वाब देखे थे जो पुरे वो हो रहे,
राहे मुश्किल भी आसन लगने लगी,
तेरी रहमत की एसी हुई है नजर,
किस्मत रंग लाई देखो मजा आ गया,
साँवरे तेरे दर आया जब हारकर,
तेरी किरपा से इज्जत और शोरत मिली,
मुझे दोलत भी तेरी बदोलत मिली,
तेरा गुण गान कर गया जीवन सवर,
प्रीत एसी निभाई की मजा आ गया,
साँवरे तेरे दर आया जब हारकर,
When the evening came at your door,
Enjoyed the wrist you caught
My loved ones harassed me a lot,
If I wanted to laugh, I cried every moment.
I was crying in Khatu Nagar,
When life smiles, enjoy it
When the evening came at your door,
I had dreamed that all those things are happening,
Even the hard way began to feel easy,
Your mercy has been noticed,
Look at the luck paid, I enjoyed it,
When the evening came at your door,
You got respect and fame from your grace,
I got wealth also because of your change,
Singing your praises, my life was saved,
Preet AC played that it was fun,
When the evening came at your door,