सिर पर सीताराम फ़िकर फ़िर क्या करना
तेरे बिगड़े बनेगे काम्,फ़िकर फ़िर क्या करना
पितु रघुबर श्री जानकी मैया,फ़िर क्यों परेशान हो भैया
तेरे कटेगे कष्ट तमाम्,फ़िकर फ़िर क्या करना
जो जन रामकथा सत्संगी,उनके सहायक श्री बजरंगी
अतुलित बल के धाम फ़िकर फ़िर क्या करना
अगर प्रबु मन मानी करेगे नही शरनाघत पीड हरेगे
होगा बिरद बदनाम फ़िकर फ़िर क्या करना
अब राजेश ना आह भरो तुम, नहीं व्यर्थ परवाह करो तुम
रटो राम जी का नाम, फ़िकर फ़िर क्या करना
सिर पर सीताराम, फ़िकर फ़िर क्या करना..
Sitaram fikar on the head what to do then
Your work will be spoiled, then what to do?
Pitu Raghubar Shri Janaki Maiya, then why are you worried, brother
All your troubles will be cut, then what to do?
The Jan Ramkatha Satsangi, his assistant Shri Bajrangi
What to do after worrying about incomparable power?
If Prabu will obey his mind, he will not suffer suffering.
What to do next?
Now Rajesh don’t sigh, you don’t care in vain
Rato Ram ji’s name, fikar then what to do
Sitaram on the head, worry then what to do..