शान तो देखो कृष्ण कन्हाई कान्हा की
देवकी यशोदा दो दो मायें कान्हा की
शान तो देखो ……….
पापी दुशासन करने लगा जब चीयर हरण
द्रौपदी ने तब दी है दुहाई कान्हा की
शान तो देखो ……….
रथ का पहिया चक्र सुदर्शन बन बैठा
इसमें भी तो थी चतुराई कन्हाई की
शान तो देखो ……….
शेषनाग को वश में कर लिया कान्हा ने
ये भी तो है लीला रचाई कान्हा की
शान तो देखो ……….
दौड़ी दौड़ी आई मधुबन में राधा
बंसी उसको ऐसी भाई कान्हा की
शान तो देखो ……….
Look at the pride of Krishna Kanhai Kanha
Devaki Yashoda Do Do Mein Kanha Ki
Look at it………
The sinner began to misbehave when the cheer was lost
Draupadi has then called upon Kanha
Look at it………
The wheel of the chariot became the wheel of Sudarshan
Kanhai’s cleverness was there in this too.
Look at it………
Kanha subdued Sheshnag
This is also Kanha’s Leela
Look at it………
Radha ran to Madhuban
Bansi her brother Kanha’s
Look at it………