शिरडी के साई तुम को दुखिया पुकारे,
किरपा की नज़रे करदो साई हमारे,
नैया हमारी अब तो पार लगा दो,
सूजे न राह कोई राह दिखा दो,
झोली कहा पे बाबा मांगता पसारे,
बिगड़ा नसीबा साई मेरा सवार दो,
गम के भवर से साई कष्ट उतार दो,
दवार ये जाए कहा हम बेसहारे,
साई तुम्हारी रेहमत सारे यहां पर,
साई दयालु तुम को प्यार का सागर,
कब से खड़े है साई दर पे तुमहरे,
Sai of Shirdi calls you sad,
Kirpa’s eyes do Sai to us,
Now let’s cross our boat,
Don’t swell, show a way,
Where did Baba ask for the bag?
Bad luck Sai give me a ride,
Take away Sai’s suffering from the vortex of sorrow,
The door should go where we are helpless,
Sai your rehmat all over here,
Sai merciful to you ocean of love,
Since when have you been standing at the sai rate,