पाईया तेरे दर तो मैं , रहमतां हजारा ॥
शुक्र गुजारा तेरा , तेरा शुक्र गुजारा ॥
कौडिया दा मूल नई सी , हीरिया दा पै गिया ॥
जदों दा मैं दाता तेरे , चरणा च बैह गिया ॥
गुरु नाम बोल दिया , मन दीया तारा ॥
सुख देवे दुःख देवे , झोली विच पा लवा ॥
दुःखा नू वी दातीया , मैं सुखां नाल ला लवां ॥
जेहडा वेला आवे , आईनो हस के गुजारां ॥
रहमतां नू देख अखां , हस पईया रौंदींया ॥
साडे कोलो दाता , तेरीया सिफता न होंदीया ॥
चंगे वेले सुन लईया , साडीया पुकारा …..॥
दर _ दर रूल दे सां किसे न संभालिया ॥
मेहर कीति सतगुरु चरणां च ला लिया ॥
क्यों न दाता तेरे ऊतो तन मन वारा …….॥
I have found Your door, thousands of mercy.
Shukr Guzara Tera , Tera Shukr Guzara ॥
Kaudiaya da mul naai si , heeria da pai giya ॥
When I was your giver, I sat at your feet.
Guru Naam Bol Diya , Man Diya Tara ॥
Give me happiness, give me suffering, put it in your pocket.
Dukhha nu vi datiya, main sukhan naal la lawan.
When the time comes, I spend my days laughing.
Seeing the mercy, my eyes, laughing and crying.
Sade Kolo Daata , Teriya Sifta Na Hondia ॥
Change vele sun laiya, sadiya pukara…..॥
Dar _ Dar Rul De San Kise Na Sambhaliya ॥
Mehar kithi satguru charanam cha la liya ॥
Why not the giver of your wool body and mind…….॥