खाटू जाकर, बाबा से है कहना,
श्याम किरपा बनाये रखना, सेवा में लगाये रखना।
दर्शन तेरे, पाते हम रहें, खाटू बुलाते रहना।
श्याम किरपा बनाये रखना, सेवा में लगाये रखना।
द्वार तेरे आके, दु:खी मन हर्षित हो जाता,
दर्शन तेरे पाके, जीवन खुशी से भर जाता।
हारों को बाबा, तुम यूहीं जिताते रहना।
श्याम किरपा बनाये रखना, सेवा में लगाये रखना।
प्रेमी करें कीर्तन,श्रृंगार अनोखा सजाते हैं,
भजन तेरे गाकर, अरदास तुझी से करते हैं।
कुछ दे या ना दे, हर हाथ पकड़ते रहना।
श्याम किरपा बनाये रखना, सेवा में लगाये रखना।
खाटू से आके, यादों के सहारे जीतें हैं,
फिर आने के लिये, पल-पल तड़पते रहते हैं।
ग्यारस की ग्यारस, बाबा तुम बुलाते रहना।
श्याम किरपा बनाये रखना, सेवा में लगाये रखना।
Going to Khatu, I have to say to Baba,
To maintain shyam kirpa, keep it engaged in service.
Darshan you, we keep on paying, keep calling Khatu.
To maintain shyam kirpa, keep it engaged in service.
When you come to the door, the sad heart becomes joyful,
Darshan is yours, life would be filled with happiness.
Baba, you keep on winning defeats.
To maintain shyam kirpa, keep it engaged in service.
Lovers do kirtan, make up unique decorations,
By singing bhajans to you, Ardas do to you.
Give or don’t give anything, keep holding each hand.
To maintain shyam kirpa, keep it engaged in service.
Come from Khatu, live with the help of memories,
To come again, they keep on agonizing moment by moment.
Gyaras Ki Gyaras, Baba keep on calling you.
To maintain shyam kirpa, keep it engaged in service.