एक सुन्दर ख्याल कान्हा
मन में आया है मेरे
अपने दिल के आँगन में
एक भवन बनाया मैंने
श्याम प्यारे मेरे घर आजाना
मेरे मन की बगिया महकना
रोज़ सबेरे उठके मैं तुझको स्नान कराऊँ
केशर तिलक लगाके फूलों से तुझे सजाऊँ
फिर पहन केसरिया बागा तुम मुरली मधुर बजना
अपने मुरली की धुन से मेरा मन मंदिर महकाना
श्याम प्यारे मेरे घर आजाना
मेरे मन की बगिया महकना
मन मंदिर के आगे एक सुन्दर बाग़ लगाऊं
झूला एक चन्दन का उस बाग़ में श्याम लगाऊं
झूलो राधे रानी संग करो मन में प्रभु बसेरा
बस इतनी किरपा करदो प्रभु साथ छूटे न तेरा
श्याम प्यारे मेरे घर आजाना
मेरे मन की बगिया महकना
a beautiful thought
came to my mind
in the yard of your heart
I built a building
shyam dear come to my house
smell my garden
I wake up every morning to give you a bath
I decorate you with flowers by applying saffron tilak
Then wear saffron baga you play melodious murli
Make my mind the temple with the melody of your murli
shyam dear come to my house
smell my garden
Plant a beautiful garden in front of Man Mandir
Jhoola I should put a sandalwood tree in that garden.
Do swing with Radhe Rani, Lord dwell in your mind
Just grieve so much that the Lord does not leave you
shyam dear come to my house
smell my garden