सिद्ध जोगी ते तू सूट दे डोरा , के काम सारे आप होन गऐ ॥
किसे चीज़ दी रहणीयां नी थोड़ा , के काम सारे आप होन गऐ ।।
केस सुनहरी ऊदे लाल झोली पाई ऐ ॥
झोली दुनियां दे दुखां दी दवाई ॥
आपे कर दूगा पुरीया ऊ थोड़ा ॥
के काम सारे ।
लाल लगोट ऊदे पैरां च खडा़वा ने ॥
दुध_पुत्त मंग दीयां ऊदे कोल मांवा ने ॥
झोली विचो करें पुरीया ओ थोड़ा ॥
के काम सारे ।
बन गाया नाथ _जोगी धूणे भी ता पौंदा आ ॥
दुनिया दे कष्टा नु पल्ला च मिटो दा आ ॥
दिल केहड़ी गलों सोचा वल मोड़ा ॥
के काम सारे ।
नूर महलीऐ दे कोलो आपें लिखवो दाऐ ॥
सूखे दीयां सोचा विच सिद्ध जोगी ओंदा ऐ ॥
घर्मकोटी लौकी मन दें करोड़ा आ ॥
के काम सारे आप होन गऐ ।
Siddha Jogi Te Tu Suit De Dora, Ke Kaam Saare Aap Hon Gaye ॥
Nothing should be left a little, that things will all happen by themselves.
Kes Sunhari Ude Lal Jholi Pai Aye ॥
Jholi Duniyaan De Dukhan Di Dawai ॥
Aape Kar Dooga Puriya Oo Thoda ॥
of all the works.
Lal Lagot Ude Pairaan Ch Khadava Ne ॥
Dudh_Putt Mang Diyan Ude Kol Maanva Ne ॥
Jholi Vicho Kare Puriya O Thoda ॥
of all the works.
Ban Gaya Nath _Jogi Dhune Bhi Ta Paunda Aa ॥
He erases the suffering of the world in his palm.
Dil Kehri Galon Socha Val Moda ॥
of all the works.
Nur Mahalie De Kolo Aapen Likhvo Daaye ॥
In dry thoughts, the Siddha Jogi is present.
Gharmakoti lauki man den karoda aa ॥
The works will all be done by themselves.