सुन यशोदा तेरो लाला पनघट पे मारे कंकर,
झट दौड़ आयो वो मटकी फोड़ आयो ।
समझाई ले कान्हा कूँ तेरो लाला बड़ो नटखट,
झट दौड़ आयो वो मटकी फोड़ आयो ॥
पहले तो यह बंसी बजाता है फिर सुध-बुध को बिसराता है,
जमुना पे बुलाकर हम सबको तेरा कान्हा खूब सताता है ।
वो करके बरजोरी राधा की तो कलाई वो मरोड़ आयो,
वो मटकी फोड़ आयो…
सुन यशोदा……
सूने घर में यह जाता है फिर माखन मिश्री चुराता है,
अपना खाए सो खाए ये ग्वालों को खूब खिलाता है ।
छींके पे धरी मटकी झपटके जो पटकी झट तोड़ आयो,
वो मटकी फोड़ आयो,
सुन यशोदा…….
स्वर:गिरधर महाराज
भाटापारा छत्तीसगढ़
Hear Yashoda, you will die on Lala Panghat.
Come rushing and bursting that pot.
Explain why Kanha is your Lala Bado Naughty,
Come quickly, let that pot burst.
First it plays the flute, then it makes you forget Sudh and Mercury,
Calling us on Jamuna, your ear hurts a lot.
By doing that Barjori Radha’s wrist came to twist,
That pot has come to blows…
Listen Yashoda……
He goes to the deserted house and then steals the sugar candy,
He eats his food and eats it, it feeds the cows a lot.
When the pot sneezes, the sneeze that breaks immediately,
Come burst that pot,
Listen Yashoda……
Vocal : Girdhar Maharaj
Bhatapara Chhattisgarh