सुनो सुनो सुनावे नन्द लाल गोपाल इस पल पे उठाया मैं गोवेर्धन
मैंने ब्रिज का माखन खाया है,
ब्रिज प्रेम ने रंग दिखाया है
मेरे साथ है गोपी ग्वाल इस पल पे उठाया मैं गोवेर्धन
जी जान से की गौऊ सेवा है
उसी सेवा का ही ये मेवा है,
माँ यशोदा का मैं हु लाल मैं हु बाल
इस पल पे उठाया मैं गोवेर्धन
ब्रिज रज यमुना ब्रिज बंसुरिया
राधा का संग पा कर सांवरियां
मैं तो हो गया माला माल
इस पल पे उठाया मैं गोवेर्धन
ब्रिज की जो मधुप परम भगती है,
वही राधा मेरी परम शक्ति है,
उसी शक्ति का है ये कमाल
इस पल पे उठाया मैं गोवेर्धन
Listen listen Sunave Nand Lal Gopal at this moment I picked up Govardhan
I have eaten the butter of the bridge,
Bridge love has shown color
Gopi Gwal is with me at this moment I picked up Govardhan
Gour is the service of the soul
This is the fruit of the same service.
Mother Yashoda’s I am Lal I am Bal
At this moment I picked up Govardhan
Bridge Raj Yamuna Bridge Bansuriya
Saawariyas after finding Radha’s company
I have become the garland material
At this moment I picked up Govardhan
The honeycomb of the bridge is the ultimate bhaga,
That Radha is my supreme power,
It’s the same power
At this moment I picked up Govardhan