तेरी आशिक़ी में जोगी बन कर

IMG 20220912 WA0083

तेरी आशिक़ी में जोगी बन कर दर दर के ठोकर खाता हु,
बस एक नजर देख मुझे तुझे कब से श्याम बुलाता हु,
अब आजा सँवारे अब आजा सँवारे,

दुनिया हसे मेरी हालत पर दुनिया की परवाह कुछ भी नहीं,
थी इस की खबर मुझको सारी पागल कर देती है आशिक़ी,
तेरे इश्क़ में पगल हो कर मैं सारी दुनिया को हसाता हु,
बस एक नजर देख मुझे तुझे कब से श्याम बुलाता हु,
अब आजा सँवारे अब आजा सँवारे,

इश्क़ का रोग लगा मुझको तू इस की दवा दे आकर,
कही और नहीं इसकी दवा दुनिया में देख लिया जा कर,
इक तेरे पास है इस की दवा कब से तुझको समजाता हु,
बस एक नजर देख मुझे तुझे कब से श्याम बुलाता हु,
अब आजा सँवारे अब आजा सँवारे,

इश्क़ का पागल बन बाबा तेरे दर तक खींच के ले आया ,
दीदार तेरा बस हो जाए इतना ही बस पागल ने चाहा,
शर्मा तेरे इश्क़ में नाचता है मैं पागल पन में गाता हु
बस एक नजर देख मुझे तुझे कब से श्याम बुलाता हु,
अब आजा सँवारे अब आजा सँवारे,

Being a jogi in your love, I stumble from rate to rate,
Seeing just one look, since when do I call you Shyam,
Decorate today

The world laughed at my condition but the world didn’t care,
The news of this makes me all crazy.
Being mad in your love, I make the whole world laugh,
Seeing just one look, since when do I call you Shyam,
Decorate today

I felt the disease of love, you come and give me this medicine,
Nowhere else can its medicine be seen in the world,
I have the medicine for you, since when do I understand you?
Seeing just one look, since when do I call you Shyam,
Decorate today

Became mad of love, Baba brought you to your door,
Deedar should be your bus, that’s all the madman wanted,
Sharma dances in Tere Ishq, I sing in madness
Seeing just one look, since when do I call you Shyam,
Decorate today

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter
Share on pinterest
Share on telegram
Share on email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *