तेरी रहमतों ने हमको दर पर बुला लिया है,
दर दर की ठोकरों से हमको बचा लिया है,
यु तो खा रहे थे घोटे मझदार में थी नैया,
देकर मुझे सहारा किनारे लगा दिया है,
तेरी रहमतों ने हमको दर पर बुला लिया है,
क्या मांगू मैं जहाँ से दुनिया तो है भिखारी,
मैंने तो तेरे दर पे दामन फेला दिया है,
तेरी रहमतों ने हमको दर पर बुला लिया है,
कही मैं भटक ना जाऊ मेरा ख्याल रखना,
मैंने तुमको तो अपना साहिब बना लिया है,
तेरी रहमतों ने हमको दर पर बुला लिया है,
तेरे प्रेम में पड़े हम तो हुए शराबी,
मैंने तो तुमको अपना साथी बना लिया है,
तेरी रहमतों ने हमको दर पर बुला लिया है,
हसरत है मेरे दिल में दीदार तेरा पाऊ,
मुझको इसी तमना में पागल बना दिया है,
तेरी रहमतों ने हमको दर पर बुला लिया है,
Your mercy has called us at the rate,
Saved us from the stumbling blocks,
You were eating the ghote in the middle of the road,
By giving me the support has put me on the shore,
Your mercy has called us at the rate,
What should I ask from where the world is a beggar,
I have spread my arms at your rate,
Your mercy has called us at the rate,
Somewhere I do not go astray, take care of me,
I have made you my sahib.
Your mercy has called us at the rate,
Falling in love with you, we have become drunkards,
I have made you my friend
Your mercy has called us at the rate,
There is a wish in my heart that your pau is visible,
This desire has made me mad,
Your mercy has called us at the rate,