थारो म्हारो साँवरा कोई बहुत पुराणों सीर,
जद जद खाटू आवा लागे आग्या म्हे तो पीर,
म्हारो इतनो लाड करे जठे जठे म्हे पाँव धरा,
वो अपना हाथ धरे के म्हारो इतनो लाड करे…………
घर में बाबा थारी ही चर्चा सगळा ही देखे,
निस दिन परचा सासरियो भी म्हारो,
थारी जय जयकार करे,
खाटू आवन ताई सगळा पल में हामी भरे
म्हारो इतनो लाड करे जठे जठे म्हे पाँव धरा,
वो अपना हाथ धरे के म्हारो इतनो लाड करे……………
निसदिन की चिंता में फंसकर,
उल्झया रहवा जाणे कैसो है चक्कर,
सासरिये में काम घनेरा अठे करा आराम,
सुबह शाम म्हे बैठ के बाबा करा थारा गुणगान,
म्हारो इतनो लाड करे जठे जठे म्हे पाँव धरा,
वो अपना हाथ धरे के म्हारो इतनो लाड करे…………….
मंगला आरती पे दिन उगे,
शयन आरती पर ही दिन डूबे,
बेरो कोणी चाले बीते बेगा बेगा दिन,
फेर दुबारा आवन ताई थक जावा गिण गिण,
म्हारो इतनो लाड करे जठे जठे म्हे पाँव धरा,
वो अपना हाथ धरे के म्हारो इतनो लाड करे…………..
चरणा में थारे धोक लगाकर बोला बाबा म्हाने बिदाकर,
घड़ी बिदाई की जद आवै झर झर बरसे नीर,
कहे विकास साँवरो बोले आती रहीजे पीर,
म्हारो इतनो लाड करे जठे जठे म्हे पाँव धरा,
वो अपना हाथ धरे के म्हारो इतनो लाड करे…………..
Tharo mharo saavra koi many puranas sir,
JD JD Khatu aava lage agya mhe to pir,
Lad me so much.
He should hold his hand and do so much love…………
Baba Thari only see the discussion in the house,
Someday Parcha Sasario also mharo,
Thari jai cheers,
Khatu Aavan Tai agrees to Sagala moment
Lad me so much.
He should hold his hand so much
Caught in the worries of Nisday,
How is it to be confused,
Work in Sasariye,
Sitting in the morning and evening praising Baba Kara Thara,
Lad me so much.
He should hold his hand and do so much love.
Days rise on Mangala Aarti,
Days drowned only on the sleep aarti,
Bero koni chale bega bega days,
Then again oven tai thak java number,
Lad me so much.
He should hold his hand and do so much love…………..
Baba said with a deceit in Charana,
Watch parting ki jd aavai jhar jhar rainse neer,
Said Vikas Sanwaro said that he kept coming, Peer.
Lad me so much.
He should hold his hand and do so much love…………..