तूफान में घिर गया हूँ छाए है मेघ काले,
मजधार में फसा हूँ मजधार में फसा हूँ,
ओ श्याम खाटू वाले तुफान में घिर गया हूँ,
छाए है मेघ काले……
लिये पतवार हाथों में घनी काली सी रातों में,
बड़ा खोया सा है बाबा भगत तेरी ही यादों में,
अब देर ना लगाओ अब देर ना लगाओ,
आ जाओ मुरली वाले रे तुफान में घिर गया हूँ,
छाए है मेघ काले…..
इशारा गर जो हो जाए ये बेड़ा पार हो जाए,
दयालु की नजर मुझ पे जरा इक बार हो जाए,
जीवन किया है मैंने जीवन किया है मैंने,
अब तो तेरे हवाले रे तुफान में घिर गया हूँ,
छाए है मेघ काले…….
सुना उजड़े चमन तू ही सदा आबाद करता है,
तेरा ये ‘हर्ष’ रो रो कर तेरी फरियाद करता है,
इंकार ना सुनूंगा इंकार ना सुनूंगा,
इकरार करने वाले रे तुफान में घिर गया हूँ,
छाए है मेघ काले….
I am engulfed in the storm, the clouds are dark,
I am trapped in the trap, trapped in the thread,
O Shyam Khatu, I am engulfed in the storm,
Clouds are dark……
For the rudder in the hands in the dark dark nights,
Baba Bhagat is very lost in your memories,
Don’t delay now, don’t delay now
Come on, I am caught in the storm of the flute wale,
Clouds are dark…..
Whatever happens, this fleet may be crossed.
May the merciful eyes be on me just once,
I’ve done life I’ve done life
Now I am engulfed in the storm of you,
Clouds are dark…….
Heard, you always inhabit the desolate chaman,
This ‘Harsh’ of yours is crying out for you,
I will not listen to denial, I will not listen to denial,
I am engulfed in the storm of confession,
Clouds are dark….