तेरा कैसे कर्ज चुकाऊ कितने एहसान गिनाऊ,
तू देकर भूलने वाला मै हर पल हाथ फैलाऊं
इक पूरी मांग हुई जो दूजी फर्याद लगाई,
जब जब भी पड़ी जरूरत मुझे तेरी ही याद आई,
तेरे ही भरोसे बाबा सपनो के महल बनाऊ,
तू देकर भूलने वाला मै हर पल हाथ फैलाऊं
मन पापी तन मैला है तुझे कैसे यार कहु मैं,
तू दाता मैं हु भिखारी कैसा वेहवार करू मैं,
अपनी औकात में रह चरणों से भीख उठाऊ,
तू देकर भूलने वाला मै हर पल हाथ फैलाऊं
अब तक जो साथ चले हो तुम हाथ पकड़ में मेरा,
कल भी एहसास दिलाना के मैं साथी हु तेरा,
पंकज के हिट सांवरियां तेरा हर पल शुक्र मनाऊ
तू देकर भूलने वाला मै हर पल हाथ फैलाऊं
How can I repay your debt, how many favors can I count,
You forget to give me every moment I spread my hand
There was a complete demand that made a second request,
Whenever I needed you, I remembered you.
Baba build the palace of dreams on your own trust,
You forget to give me every moment I spread my hand
The mind is sinful, the body is dirty, how can I call you a friend,
You are the giver, I am a beggar, how should I behave,
Stay in your position and beg from your feet,
You forget to give me every moment I spread my hand
Whoever has gone with you till now, you hold my hand,
To make me realize tomorrow also that I am your partner,
Celebrate Pankaj’s hit Saawariyan Tera Har Pal Shukra
You forget to give me every moment I spread my hand