तू कर बंदगी और भजन धीरे धीरे ।
मिलेगी प्रभु की शरण धीरे धीरे ।
दमन इन्द्रियों का तू करता चला जा ।
तो काबू में आएगा यह मन धीरे धीरे ।
मिलेगी प्रभु की शरण धीरे धीरे
सुने कान तेरे सदा वेद वाणी ।
तू कर भागवत का श्रवण धीरे धीरे ।
मिलेगी प्रभु की शरण धीरे धीरे
सफर अपना आसान करता चला जा ।
तो छूटेगा आवागमन धीरे धीरे ।
मिलेगी प्रभु की शरण धीरे धीरे
तू दुनिया में शुभ काम करता चला जा ।
तू कर शुद्ध अपना चलन धीरे धीरे ।
मिलेगी प्रभु की शरण धीरे धीरे
मिलेगा तुझे खोज जिसकी है तुझको ।
धरम से जो होगी लगन धीरे धीरे ।
मिलेगी प्रभु की शरण धीरे धीरे
कदम नेक राहों पर धर्ता चला जा ।
मिटेगा यह आवागमन धीरे धीरे ।
मिलेगी प्रभु की शरण धीरे धीरे
छडक जल दया का तू सूखे दिलों पर ।
बसेगा ये उजड़ा चमन धीरे धीरे ।
मिलेगी प्रभु की शरण धीरे धीरे
लगा मुख को प्याला तू सत्संग वाला ।
मिटा देगा दर्द कुहन धीरे धीरे ।
मिलेगी प्रभु की शरण धीरे धीरे
कोई काम दुनिया में मुश्किल नहीं है ।
जो करते रहोगे यतन धीरे धीरे ।
मिलेगी प्रभु की शरण धीरे धीरे ।
दमन इन्द्रियों का तू करता चला जा ।
बना शुद्ध चाल चलन धीरे धीरे ।
मिलेगी प्रभु की शरण धीरे धीरे
गुरु सेवा तेरी, तेरी देश भक्ति ।
उठाएगी तेरा वतन धीरे धीरे ।
मिलेगी प्रभु की शरण धीरे धीरे।
तू कर बंदगी और भजन धीरे धीरे ।
You will stop and bhajan slowly.
Will get the refuge of GOD slowly.
You go on suppressing the senses.
So this mind will come under control slowly.
Will get the refuge of the Lord…
Hear your ear always the Vedas.
You listen to the Bhagwat slowly.
Will get the refuge of the Lord…
Make your journey easy.
So the traffic will leave slowly.
Will get the refuge of the Lord…
You go on doing good work in the world.
You do pure your practice slowly.
Will get the refuge of the Lord…
You will find what you are looking for.
Whatever will happen from Dharam, the dedication will be done slowly.
Will get the refuge of the Lord…
Step and walk on the righteous paths.
This traffic will gradually disappear.
Will get the refuge of the Lord…
You shower mercy on dry hearts.
This desolate chaman will settle down slowly.
Will get the refuge of the Lord…
You felt like a cup to your face.
The pain will go away slowly.
Will get the refuge of the Lord…
No work is difficult in the world.
Do whatever you want to do slowly.
Will get the refuge of the Lord…
You go on suppressing the senses.
Make pure gait slowly.
Will get the refuge of the Lord…
Guru service to you, your patriotism.
Your country will slowly lift.
Will get the refuge of the