छेड़ी के पूछत लोग के प्रेम को रोग रे सूर लाग्यो तोहे कब ते
बाँवरो मैं भयो बाल गोपाल को रावरो रूप बस्यो हिय जब ते
हरी गुण गाई के मांगी के खाई के जोड़ी के हाँथ कहु यही सब ते
शीश नबे जिनके घनश्याम को शीश नबे काहू और को नब ते
बोलो हे ….बोलो हे…बोलो हे..गोपाल
तुम तजि और कौन पे जाऊं
काके द्वार जाहि सिर नाउँ
परहथ कहाँ बिकाऊ
तुम तजि और कौन पे जाऊं
फिल्म : चिंतामणि सूरदासस्वरअनूप जलोटा
People’s love is sick, re sur lagyo tohe kab te
Baanro me bhayo bal Gopal ko ravaro roop basyo hi jab te
Hari Guna Gai Ke Mangi Ke Khai Ke Jodi Ke Haath Kahu Yehi Saab Te Hai
Sheesh Nabe whose Ghanshyam is known as Sheesh Nabe Kahu and Ko Nab Tee
Say hey …. speak hey … speak hey.. Gopal
Who else do you go to?
Uncle
where to sell
Who else do you go to?