नन्द भवन में उड़ रही धुल धुल मोहे प्यारे लगे,
उड़े उड़े धुल मेरे माथे पे आवे,
मैंने तिलक लगा भरपूर धुल मोहे प्यारे लगे,
उड़े उड़े धुल मेरे नैनं पे आवे,
मैंने दर्शन किये भरपूर धुल मोहे प्यारे लगे,
उड़े उड़े धुल मेरे होठों पे आवे,
मैंने भजन गाये भरपूर धुल मोहे प्यारे लगे,
उड़े उड़े धुल मेरे हाथन पे आवे,
मैंने ताली भ्जाया भरपूर धुल मोहे प्यारे लगे,
उड़े उड़े धुल मेरे पैरो पे आवे,
मैं तो झूम झूम नाची भरपूर धुल मोहे प्यारी लागे,
उड़े उड़े धुल सारे भगतो पे आवे,
ऐसी मस्ती छाई भरपूर धुल मोहे प्यारी लगे,
The dust flying in the Nand Bhavan seemed lovely,
Flying dust come on my forehead,
I applied tilak, I felt a lot of dust and my dears,
Ude Ude Dhul come on my nain,
I saw a lot of dust and my dears,
Let the dust fly away on my lips,
I sang hymns, the dust seemed dear to me,
Ude Ude dust come on my hand,
I clapped a lot of dust, I loved it,
Ude Ude dust come on my feet,
I’m to jhoom jhoom nachi bountiful dust mohe pyari lage,
Ude Ude Dhul should come on all the devotees,
There is such a lot of fun, the dust seems lovely,