मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गई पुजारिन, मुझे मिल गया ठिकाना
मुझे कौन जानता था, तेरी बंदगी से पहले
तेरी याद ने बना दी, मेरी ज़िन्दगी फ़साना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
मुझे इसका गम नहीं है की बदल गया ज़माना
मेरी ज़िन्दगी के मालिक कहीं तुम बदल न जाना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
यह सर वो सर नहीं है, जिसे रख दूँ फिर उठा लूं
यह सर वो सर नहीं है, जिसे रख दूँ फिर उठा लूं
जब चढ़ गया चरण में, आता नहीं उठाना
जब चढ़ गया चरण में, आता नहीं उठाना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
श्री राधे
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गई पुजारिन, मुझे मिल गया ठिकाना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तेरी सांवरी सी सुरत, मेरे मन में बस गयी है
ऐ सांवरे सलोने, अब और ना सताना
ऐ सांवरे सलोने, अब और ना सताना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
मेरी आरजु यही है, दम निकले तेरे दर पे
अभी सांस चल रही है, कहीं तुम चले ना जाना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
दुनियां की खा के ठोकर मैं आया तेरे द्वारे
मेरे मुरली वाले मोहन, अब और ना सताना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
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